Friday, 2 October 2009

छात्रों के बीच मनाई गांधी-शास्त्री जयंती

'मीरा' ने गांधी व शास्त्री जयंती के उपलक्ष्य मे गरीब तबके के लोगों को फल-खाद्य साम्रगी बांटी। इसी कड़ी में पुरानी आबादी स्थित महामना मालवीय शिक्षा सदन उ.प्रा.विद्यालय में भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई और विजेताओं को पारितोषिक वितरण किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए संस्था कोषाध्यक्ष विजेन्द्र शर्मा ने कहा कि राष्ट्रपिता गांधी लडाई-झगड़े में विEास नहीं रखते थे। उनका सादगीपूर्ण जीवन था ओर वे अंहिसा के रास्ते पर चलकर अपनी सभी मांगें मनवा लेते थे। दूसरी ओर शास्त्री जी गरीब तबके से उठकर अपनी योग्यता और लगन से सर्वोच्च पद पर आसीन हुए। उन्होंने जय जवान जय किसान का नारा देकर विकट खाद्य समस्या एवं युद्ध के समय भारत को विजयश्री दिलाई। कार्यक्रम में मीरा शर्मा, होशियारसिंह, डॉ. लालचंद नोखवाल, प्राचार्य श्रवणसिंह गिल, फूसाराम घोडे़ला, लक्ष्मीकांत शर्मा आदि ने भी अपने विचार रखें।

Monday, 14 September 2009

हिन्दी दिवस पर गोष्ठियां

मीरा द्वारा हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य पर अनेक विद्यालयों में गोष्ठियां आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में श्रीगंगानगर की पुरानी आबादी स्थित राजस्थान बाल भारती विद्यालय में गोष्ठी का आयोजन किया गया। सदस्य होशियार सिंह ने कहा कि हिन्दी भाषा हमारी मातृ भाषा है, जिसे हम कभी भी नहीं छोड़ सकते। हिन्दी भाषा के बिना हम सब कोरे कागज की तरह है। अगर हिन्दी है तो हम अन्यथा हम नहीं।

संस्थान की सचिव मीरा शर्मा ने कहा कि हिन्दी देश की शान है। हमें इससे परहेज नहीं करना चाहिए और कभी भी हिन्दी बोलते हुए शर्माना नहीं चाहिए। इस दौरान डॉ. लालचंद वर्मा, विद्यालय प्राचार्य रमेश शर्मा, राकेश मितवा, विजेन्द्र शर्मा, एमएस गिल, राजवैद्य रमेश शर्मा, जादूगर एमएम.लाल सहित गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में मीरा के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत शर्मा ने स्वाईन फ्लू जागरूकता के पंपलैट्स व पोस्टर्स वितरित किए।

Tuesday, 8 September 2009

स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए पोस्टर का विमोचन

स्वाइन फ्लू से बचाव के अभियान के तहत 'मीरा' द्वारा प्रकाशित पोस्टर का श्रीगंगानगर जिला कलेक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर ने विमोचन किया। इस अवसर पर पेडणेकर ने 'मीरा' द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंशा करते हुए अधिकारियों को इस अभियान में पूरा सहयोग करने के निर्देश दिए। फोटो में जिला कलेक्टर आशुतोष के साथ 'मीरा' के अध्यक्ष लक्ष्मीकान्त दिखाई दे रहे हैं। इस अभियान के तहत दो दिन बाद शहरभर में स्वाइन फ्लू अवेयरनेस रैली का आयोजन किया जा रहा है।

Tuesday, 9 December 2008

क्या इन्हें कोई हक नहीं

मेरे मन में बहुत पहले से ही इन बच्चों के लिए कुछ करने की तमन्ना रही है। कुछ किया या नहीं अथवा कुछ कर पाऊंगा या नहीं- खुदा जाने, पर एक कदम बढ़ा चुका हूं। `मीरा´ नाम से चाइल्ड एजुकेशन को समर्पित एक एनजीओ शुरू होने की लगभग पूरी तैयारी हो चुकी है। एनजीओ का मूल मकसद तो शिक्षा है, लेकिन इस एनजीओ के माध्यम से हम लगभग सभी सामाजिक कार्य करेंगे। सदस्यों के नाम पर अभी तक दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए हैं। लेकिन कारवां बढ़ेगा पूरी उम्मीद है।
घर में बैठे-बैठे एक बार मैं और मेरे पत्रकार भाई ने ऐसे ही विचार किया था कि क्यों ना एक ऐसा एनजीओ चलाया जाए, जो वास्तव में किसी बच्चे को मदद उपलब्ध करवा सके। हम लोग नहीं चाहते कि हम पहले ही वर्ष पचास बच्चों को मदद उपलब्ध करवा दें, लेकिन यदि हम दो बच्चों को भी सुचारू रूप से मदद दे सके, तो हमारा मकसद पूरा हो जाएगा। और ऐसा शुभ कार्य क्यों ना हमारी मम्मी के नाम से ही किया जाए। दो-तीन माह के विचार-विमर्श के बाद अब हम इस सेवा के लिए उतरने को तैयार हैं।

अभी तक हमारा यह अभियान मात्र राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से शुरू किया गया है, जल्द ही हम आगे बढ़ेंगे, इसकी पूरी कोशिश रहेगी। आप सभी हमारे अभियान में सादर आमंत्रित हैं। यदि आप वाकई हमारे सहयोगी बनना चाहते हैं, तो कृपया meerango@yahoo.com पर अथवा 9460071187 पर संपर्क करें।